उत्तराखंड में एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के तहत विद्यालयों में पंजीकृत बच्चों को आयरन की गोलियां खिलाई जाएंगी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों में एनीमिया की समस्या को दूर करना है।
मुख्य बिंदु
Toggleउत्तराखंड में एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के अंतर्गत, 6 अक्टूबर से विद्यालयों में पंजीकृत बच्चों को आयरन की गोलियां खिलाई जाएंगी। यह कार्यक्रम जिलाधिकारी के निर्देशों पर मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह की अध्यक्षता में शुरू किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों में एनीमिया की समस्या को कम करना है।
कार्यक्रम का विवरण
एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम (Anemia Mukt Bharat Program) के तहत, कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को साप्ताहिक आयरन पिंक टैबलेट और कक्षा 6 से 12 तक के बच्चों को नीली गोली आयरन टैबलेट दी जाएगी। यह गोलियां हर सोमवार को विद्यालय में खिलाई जाएंगी।
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (National Deworming Day) 8 अक्टूबर को मनाया जाएगा, जिसमें 1 वर्ष से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को पेट के कीड़े मारने वाली दवा एल्बेंडाजोल की टैबलेट खिलाई जाएगी। यदि कोई बच्चा इस दिन दवा नहीं खा पाता है, तो उन्हें 15 अक्टूबर को मॉप-अप दिवस पर यह दवा दी जाएगी।
एनीमिया क्या है?
एनीमिया (Anemia) एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं या हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है। इससे शरीर के अंगों और ऊतकों तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती है, जिससे थकान, कमजोरी और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
आयरन का महत्व
आयरन (Iron) लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए आवश्यक है। यह हीमोग्लोबिन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो ऑक्सीजन को शरीर के सभी भागों तक ले जाता है। आयरन की कमी से एनीमिया हो सकता है।
एल्बेंडाजोल क्या है?
एल्बेंडाजोल (Albendazole) एक दवा है जिसका उपयोग पेट के कीड़ों को मारने के लिए किया जाता है। यह दवा बच्चों को कृमि संक्रमण से बचाने में मदद करती है, जिससे वे स्वस्थ रह सकें।
कार्यक्रम का उद्देश्य
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड में बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाना और उन्हें एनीमिया से मुक्त करना है। यह पहल बच्चों को स्वस्थ और सशक्त बनाने में मदद करेगी।
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