उत्तराखंड में पूरे हफ्ते भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने कई जिलों में आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी दी है।
मुख्य बिंदु
Toggleमानसून की विदाई के बाद भी उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आज से पूरे हफ्ते उत्तराखंड में गरज के साथ भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान राज्य के कई इलाकों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने की भी संभावना है।
मौसम विभाग की चेतावनी
आईएमडी के अनुसार, अक्टूबर में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना है। आईएमडी की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तराखंड के सभी जिलों में 2 से 8 अक्टूबर तक भारी बारिश हो सकती है। राज्य भर में बुधवार से ही मौसम ने करवट बदल ली थी। गुरुवार सुबह से ही आसमान में हल्के बादल छाए हुए हैं।
किन जिलों में बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, आज चमोली, देहरादून, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले के कई स्थानों पर गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। वहीं, टिहरी, पौड़ी, उत्तरकाशी, अल्मोड़ा, चम्पावत और उधम सिंह नगर जिले के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और बौछारें पड़ने की संभावना है। राज्य के शेष जिलों में आज हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
येलो अलर्ट जारी
आईएमडी ने आज से पूरे हफ्ते उत्तराखंड में बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। आईएमडी ने 2, 5 और 6 अक्टूबर को उत्तराखंड में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। आईएमडी के मुताबिक, इस दौरान राज्य के पर्वतीय इलाकों में 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है। कई स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने का भी खतरा है। साथ ही पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन का खतरा भी पैदा हो सकता है। लिहाजा आईएमडी ने लोगों से बारिश के दौरान सतर्कता बरतने की अपील की है।
अलर्ट का मतलब
येलो अलर्ट का मतलब है कि मौसम की स्थिति खतरनाक है और इससे जान-माल का नुकसान हो सकता है। लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित रहने के लिए आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी जाती है।
आपदा प्रबंधन
उत्तराखंड सरकार ने भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट पर रखा है। सभी जिलाधिकारियों को आवश्यक व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए गए हैं। लोगों को सलाह दी गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
बारिश के कारण
उत्तराखंड में बारिश का मुख्य कारण पश्चिमी विक्षोभ है। पश्चिमी विक्षोभ एक प्रकार का मौसम प्रणाली है जो भूमध्य सागर से उत्पन्न होती है और भारत की ओर बढ़ती है। यह अपने साथ नमी लाती है, जिससे बारिश होती है।
Subscribe to Our Newsletter
Keep in touch with our news & exclusive articles
Thank you for subscribing to the newsletter.
Oops. Something went wrong. Please try again later.