उत्तराखंड में हल्द्वानी-अल्मोड़ा और पिथौरागढ़-मुनस्यारी के बीच हेलीकॉप्टर सेवा शुरू हो गई है। अब घंटों का सफर मिनटों में तय होगा।
मुख्य बिंदु
Toggleउत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को एक बड़ी सौगात दी है। मुख्यमंत्री धामी ने हल्द्वानी-अल्मोड़ा और पिथौरागढ़-मुनस्यारी मार्गों पर दो नई हवाई सेवाओं का उद्घाटन किया है। इनका संचालन केंद्र सरकार की क्षेत्रीय संपर्क योजना (उड़ान) के तहत किया जाएगा। इस योजना से अब घंटों का सफर कुछ ही मिनटों का हो जाएगा।
हवाई सेवाओं का विवरण
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इन हवाई सेवाओं की शुरुआत से दुर्गम और दूर-दराज इलाकों में रहने वाले लोगों की कनेक्टिविटी में बड़ा सुधार होगा। इससे यात्रियों का समय बचेगा और परिवहन व्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
समय और किराया
हल्द्वानी-अल्मोड़ा और पिथौरागढ़-मुनस्यारी दोनों मार्गों पर हेलिकॉप्टर सेवाएं सप्ताह के सातों दिन दिन में दो बार उपलब्ध होंगी। पिथौरागढ़-मुनस्यारी रूट की उड़ानें सुबह 10ः30 बजे और दोपहर 1ः50 बजे, जबकि मुनस्यारी से पिथौरागढ़ वापसी की उड़ानें सुबह 10ः50 बजे और दोपहर 2ः10 बजे होंगी। हल्द्वानी-अल्मोड़ा रूट की उड़ानें सुबह 11ः50 बजे और दोपहर 3ः10 बजे, वहीं अल्मोड़ा से हल्द्वानी की वापसी उड़ानें दोपहर 12ः50 बजे और शाम 4ः10 बजे तय की गई हैं। यात्रियों को केवल ₹2500 में टिकट उपलब्ध होगा।
सफर में कमी
पहले जहाँ इन मार्गों को सड़क से तय करने में चार से पाँच घंटे लगते थे, वहीं अब हेलिकॉप्टर सेवा से यह सफर चंद मिनटों में पूरा हो जाएगा। यह सेवा स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों के लिए भी फायदेमंद साबित होगी।
आर्थिक विकास पर प्रभाव
विशेषज्ञों का कहना है कि इन हवाई सेवाओं से न केवल लोगों की दैनिक यात्रा आसान होगी, बल्कि पर्यटन उद्योग और स्थानीय कारोबार को भी बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री धामी ने भरोसा जताया कि यह पहल उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था को गति देने के साथ आपातकालीन परिस्थितियों और आपदा प्रबंधन में भी कारगर साबित होगी।
उड़ान योजना (UDAN Scheme)
उड़ान योजना, जिसका पूर्ण रूप ‘उड़े देश का आम नागरिक’ है, भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना है। इसका उद्देश्य छोटे शहरों को हवाई यात्रा के माध्यम से जोड़ना और हवाई यात्रा को आम लोगों के लिए सुलभ बनाना है। इस योजना के तहत, सरकार एयरलाइंस को सब्सिडी प्रदान करती है ताकि वे कम किराए पर छोटे शहरों के लिए उड़ानें संचालित कर सकें।
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